रोज़ देखा करता था उस भोली सी लड़की को
और खयाल आता था कि
जिंदा तो है,
फिर क्यों इसने जीना छोड़ दिया ?
ज़िंदगी से आखिर क्यों इसने नाता तोड़ दिया ?
फिर एक आजाद परिंदे ने आकर बताया की
इस मासूम का दिल किसी ने बुरी तरह तोड़ दिया ll
-श्रीया कत्याल
और खयाल आता था कि
जिंदा तो है,
फिर क्यों इसने जीना छोड़ दिया ?
ज़िंदगी से आखिर क्यों इसने नाता तोड़ दिया ?
फिर एक आजाद परिंदे ने आकर बताया की
इस मासूम का दिल किसी ने बुरी तरह तोड़ दिया ll
-श्रीया कत्याल
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